(Parrot Fever)सिटाकोसिस Psittacosis का प्रकोप अब तक 5 मौत
(Parrot Fever)सिटाकोसिस Psittacosis का प्रकोप अब तक 5 मौत

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, इसे पैरेट फीवर भी कहा जाता है, क्लैमिडोफिला सिट्टासी नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाला एक श्वसन संक्रमण है। यह बैक्टीरिया आमतौर पर पक्षियों में पाया जाता है।
इंसानों में यह संक्रमण आमतौर पर संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से फैलता है। पालतू पक्षियों को रखने वाले लोग, मुर्गी पालन करने वाले, पशु चिकित्सक और ऐसे इलाकों में रहने वाले माली जिनके आसपास संक्रमित पक्षी पाए जाते हैं, उन्हें इसका खतरा ज्यादा होता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन इस स्थिति पर नजर रखे हुए है और उपलब्ध जानकारी के आधार पर फिलहाल जोखिम को कम आंकता है। ज्यादातर लोगों में बैक्टीरिया के संपर्क में आने के 5 से 14 दिनों के अंदर लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
सिटाकोसिस के लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और सूखी खांसी शामिल हैं। इन देशों में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई मामले सामने आए हैं। यूरोप के कई देशों जैसे ओस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी, स्वीडन और नीदरलैंड्स,
यह संक्रमण मुख्य रूप से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से होता है। साल 2023 में और 2024 की शुरुआत में सिटाकोसिस के मामलों में वृद्धि देखी गई, खासकर नवंबर-दिसंबर 2023 के बाद से यह तेजी से फैला है।
